कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने जैसे ही राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश किया सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें वायरल होने लगी. एक तस्वीर में राहुल गांधी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ गले मिलते हुए दिखाई दे रहे हैं तो दूसरी तस्वीर में वह सचिन पायलट को गले लगाते नजर आ रहे हैं. दोनों को राहुल गांधी ने गले लगाया लेकिन फिर भी राजस्थान को लेकर सवाल जो था वह जस का तस बना हुआ है.
राजस्थान में यात्रा खत्म होने के बाद सचिन पायलट का एक बयान काफी वायरल हो रहा है. इस बयान में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जादू कुछ नहीं होता है. दुनिया में एक ही जादूगर है और वह ऊपर बैठा हुआ नीली छतरी वाला जादूगर है.
सचिन पायलट के इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं और इसे अशोक गहलोत से जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सियासी जादूगर कुछ लोग कहते हैं. अभी हाल फिलहाल राजस्थान के अंदर कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई शांत दिखाई दे रही है. लेकिन यह कब तक रहेगी कुछ अनुमान नहीं लगाया जा सकता.
राजस्थान में यात्रा के आखिरी दिन सचिन पायलट की जादू और जादूगर से जुड़ी टिप्पणी दोनों के बीच आने वाले समय में तकरार के बढ़ने का एक संकेत मानी जा रही है. लग रहा है कि यात्रा के खत्म होते ही युद्धविराम खत्म हो गया है. सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग फिर से उठने की संभावना दिखाई दे रही है.
अलवर में सभा के दौरान राहुल गांधी ने अशोक गहलोत की कई योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि देश में गरीबों के लिए सबसे बेहतर योजनाएं राजस्थान में है. वही राजस्थान सरकार के 4 वर्ष पूरे होने के कार्यक्रम में सचिन पायलट नदारद थे. जयपुर में राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी वह दिखाई नहीं दिए. यात्रा के दौरान पायलट का इलाका कहे जाने वाले दौसा में सबसे ज्यादा भीड़ दिखाई दी. इसे सचिन पायलट समर्थकों ने उनकी उपलब्धि दिखा कर पेश किया.