सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच वार पलटवार लगातार जारी है और यह सब कुछ पेपर लीक मामले में हो रहा है. बुधवार को सचिन पायलट ने बड़े अफसरों को रिटायरमेंट के बाद राजनीतिक नियुक्तियां देने पर भी गहलोत का नाम लिए बिना तीखा हमला बोला है.
पेपर लीक मामले में अफसरों को क्लीन चिट देने के मुख्यमंत्री गहलोत के बयान पर पायलट ने कहा, जब बार-बार पेपर लीक होते हैं तो हमें दुख होता है. इसके लिए जिम्मेदारी तय करके एक्शन लेना होगा. अब कहा जा रहा है कि कोई अफसर जिम्मेदार नहीं है. पेपर तिजोरी में बंद होता है. तिजोरी में बंद पेपर बाहर बच्चों तक कैसे पहुंच गया? यह तो जादूगरी हो गई.
सचिन पायलट ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है कि कोई अफसर जिम्मेदार नहीं है. कोई ना कोई तो जिम्मेदार होगा. सचिन पायलट ने अफसरों के बड़े पैमाने पर राजनीतिक नियुक्तियों पर भी सवाल उठाए.
उन्होंने कहा कि बहुत से लोगों को राजनीतिक नियुक्तियां दी, लेकिन जिन लोगों ने सरकार बनाने के लिए खून पसीना बहाया उनका अनुपात सुधारना होगा.