पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. 79 साल के परवेज मुशर्रफ गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे. वह दुबई के एक अस्पताल में भर्ती थे और वहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की है.
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि परवेज मुशर्रफ एकमात्र ऐसे पाकिस्तानी जनरल थे जिन्होंने वास्तव में कश्मीर मुद्दे को संबोधित करने की कोशिश की. मुफ्ती ने सोशल मीडिया पर लिखा कि परवेज मुशर्रफ शायद एकमात्र पाकिस्तानी जनरल थे जिन्होंने कश्मीर मुद्दे को संबोधित करने की कोशिश की. वह जम्मू-कश्मीर मसले का हल चाहते थे, जो प्रदेश के लोगों की इच्छा के अनुसार हो और वह फैसला भारत तथा पाकिस्तान दोनों को स्वीकार हो.
महबूबा मुफ्ती ने आगे लिखा कि हालांकि भारत सरकार ने उनके और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा शुरू किए गए सभी विश्वास बहाली के कार्यक्रम को उलट दिया है और संघर्ष विराम बना हुआ है.
Deepest condolences. Perhaps the only Pakistani General who genuinely tried to address the Kashmir issue. He wanted a solution according to wishes of people of J&K & acceptable to India & Pak. Though GOI has reversed all CBMs initiated by him & Vajpayee ji, the ceasefire remains https://t.co/UCllXIyRGg
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 5, 2023
आपको बता दें कि एक समय पाकिस्तान की सत्ता की धुरी रहे परवेज मुशर्रफ बीते कई सालों से दुबई में निर्वासन में जीवन गुजार रहे थे. रविवार को दुबई के अस्पताल में उनका निधन हो गया. 1999 में उन्होंने पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का तख्ता पलट कर दिया था और खुद पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज हो गए थे.