टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत कार एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. उनकी मर्सिडीज़ कार उत्तराखंड के रुड़की में एक डिवाइडर से टकरा गईं. डिवाइडर से टकराने के बाद कार में आग लग गई. वह किसी तरह कार से बाहर निकल पाए. हादसे के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों के मुताबिक ऋषभ पंत के पैर और सिर में काफी चोट आई.
भारत को अगले साल फरवरी-मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसमें ऋषभ पंत का अहम रोल होने वाला है. अब उस सीरीज में उनके भाग लेने की संभावना खत्म हो गई है. भारत को साल 2023 में ही वनडे विश्व कप में भी खेलना है. ऐसे में भारतीय फैंस यही दुआ कर रहे होंगे कि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत उस वक्त तक पूरी तरह फिट हो जाए.
आपको बता दें कि एक्सीडेंट के बाद जब ऋषभ पंत अस्पताल पहुंचे उस वक्त उनका इलाज डॉक्टर सुनील नागर ने किया. उन्होंने बताया कि दाहिने घुटने में चोट लगी है, लेकिन एक्सरे में पता चला है कि फ्रैक्चर नहीं है. उन्हें लिगामेंट टियर हुआ है M.R.I. और आगे के स्कैन से पता चलेगा कि उनकी चोट कितनी गंभीर है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने डॉक्टर सुनील नागर के हवाले से बताया है कि लिगामेंट की चोट ठीक होने में 2 से 6 महीने तक लगते हैं. उन्होंने कहा कि पीठ पर गहरा घाव है, लेकिन जला नहीं है. कार में आग लगते ही खिड़की तोड़कर बाहर कूदने के कारण चोट लगी. पीठ के बल गिरने से चमड़ी छिल गई है.
इस बीच बीसीसीआई अपने प्लेयर के साथ पूरी ताकत से खड़ा है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड की ओर से ऋषभ पंत की हेल्प पर अपडेट दिया गया है. साथ ही बोर्ड ने हर संभव मदद का वादा भी किया है. इलाज बीसीसीआई की मेडिकल टीम की देखरेख में हो रहा है. सचिव जय शाह ने बयान जारी कर कहा है कि ऋषभ पंत के माथे पर दो कट लगे हैं. उनके दाहिने घुटने में लिगामेंट फट गया है और दाहिनी कलाई टखने पैर के अंगूठे में भी चोट लगी है.
जय शाह ने कहा है कि रगड़ की वजह से पूरी पीठ छिल चुकी है. मगर उनकी हालत स्थिर बनी हुई है और उन्हें अब मैक्स अस्पताल देहरादून में ट्रांसफर कर दिया गया है, जहां उनकी चोटों पर करीबी नजर रखने के साथ-साथ आगे के उपचार के लिए एमआरआई स्कैन किया जाएगा. बीसीसीआई ऋषभ के परिवार से लगातार संपर्क में है. जबकि मेडिकल टीम इलाज कर रहे डॉक्टरों से लगातार संपर्क में है. बीसीसीआई दर्दनाक से बाहर निकलने के लिए हर संभव सहायता करेगा.