ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth) द्वितीय का निधन हो गया है. वह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थीं. 96 साल की महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद शाही परिवार की तरफ से बयान में कहा गया कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन की सबसे लंबे वक्त तक शासन करने वाली शासक नहीं रहीं. उनका जन्म 1926 में हुआ था. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद अब उनके बेटे चार्ल्स 73 साल की उम्र में ब्रिटेन के राजा बनेंगे. चार्ल्स की तरफ से बयान भी आ गया है. उन्होंने कहा है कि मेरी मां और महारानी का निधन हो गया है, जो कि पूरे परिवार के लिए गहरे शोक का समय है.
जब भारत 1947 में अपनी आजादी की तैयारियों में जुटा हुआ था उसी वक्त एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप की शादी हुई. ब्रिटेन के शाही परिवार ने बड़े धूमधाम से इस शादी का जश्न मनाया. इसके अलावा आपको बता दें कि दूसरे विश्व युद्ध में भले ही ब्रिटेन को विजय प्राप्त हुई हो लेकिन उसके बाद से ही ब्रिटेन कमजोर होने लगा था. यही कारण था कि जिन देशों पर ब्रिटेन का राज था, वहां से वह हटना शुरू हो गया था और सत्ता स्थानीय सरकारों को सौंपना शुरू कर दिया था.
भारत भी उनमें से ही एक देश था. लेकिन इसी कमजोर वक्त के बीच क्वीन एलिजाबेथ को ब्रिटेन की कमान मिली थी. जब 25 साल की एक युवा लड़की एक शाही परिवार की प्रमुख बनी और उस देश के अंतर्गत दर्जनों देश आते थे. तब दुनिया की नजरें सिर्फ क्वीन एलिजाबेथ पर ही थी. 1953 में राज्य अभिषेक के बाद क्वीन एलिजाबेथ ने आधिकारिक रूप से अपना कामकाज संभाला था.
अब आगे क्या होगा?
महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद क्या होगा इसका एक पूरा प्लान ब्रिटेन की सरकार की तरफ से बनाया गया है. इस पूरे प्लान को ऑपरेशन “लंदन ब्रिज” कोडनेम दिया गया है. यह कोड कई सालों तक गुप्त ही रखा, लेकिन कुछ साल पहले इसके बारे में कई अहम जानकारियां सामने आ गईं थी. नियम के तहत महारानी के निधन के बाद प्रधानमंत्री को एक फोन कॉल के जरिए जानकारी दी जाएगी. एक सरकारी अधिकारी उन्हें हालात की जानकारी देगा.
यह अधिकारी उन्हें कहेगा “लंदन ब्रिज इस डाउन” इसके बाद एक न्यूजफ्लैश के जरिए प्रेस एसोसिएशन वायर पर उनके निधन की खबर का ऐलान किया जाएगा. इन सबके बाद शाही परिवार सारी तैयारियों में जुट जाएगा. उनकी आंखों को बंद किया जाएगा और प्रिंस चार्ल्स को नया राजा घोषित कर दिया जाएगा. उनके भाई बहन उनके हाथों को चुमेंगे. कुछ इसी तरह से उनके निधन की घोषणा भी हुई है.
लगभग 60 से 65 साल पहले जब महाराजा जॉर्ज षष्ठम का निधन हुआ था तो उस समय “हाइड पार्क कॉर्नर’ इस कोड का प्रयोग किया गया था. 6 फरवरी 1952 को महाराजा का निधन सुबह 7:30 बजे हो गया था. लेकिन बीबीसी की तरफ से सुबह 11:15 पर इस खबर का ऐलान किया गया था. लेकिन जब 31 अगस्त 1997 को पेरिस में प्रिंसेस डायना की मौत सुबह 4:00 बजे हुई तो पूर्व विदेश मंत्री रोबिन कुक के साथ फिलीपींस गए कुछ जर्नलिस्ट को 15 मिनट के अंदर इसकी जानकारी मिल गई थी. लेकिन अब महारानी की मृत्यु पर सबसे पहले प्रेस एसोसिएशन पर खबर आई और इसके बाद दुनियाभर की मीडिया को जानकारी दी गई.
ब्रिटेन की महारानी का अंतिम संस्कार उनके निधन के 10 दिन बाद होगा. वहां के प्रधानमंत्री की तरफ से सबसे पहला बयान दिया जाएगा. सरकार के सभी मंत्रियों को निर्देश दिए जाएंगे कि प्रधानमंत्री के बयान से पहले वह कुछ ना कहें. रक्षा मंत्रालय की तरफ से गन सेल्यूट दिया जाएगा और देश भर में 1 मिनट का मौन रखा जाएगा. नए राजा प्रिंस चार्ल्स के साथ पीएम दर्शकों को संबोधित करेंगी और इस संबोधन को देशभर में टेलीकास्ट किया जाएगा.