shahbaz sharif

आर्थिक बदहाली से जूझते पाकिस्तान को चीन की बड़ी परियोजनाएं अब भारी पड़ रही है. पाकिस्तान में चीन की कई बड़ी परियोजनाएं अटकती नजर आ रही हैं. अब पाकिस्तान के एक मंत्री ने कहा है कि उनका देश अपनी मेगा रेलवे प्रोजेक्ट की लागत को 40% तक कम करने के लिए चीन के साथ बातचीत करने की योजना बना रहा है. उनका कहना है कि पाकिस्तान इस प्रोजेक्ट में लगने वाली इतने अधिक चीनी लोन को नहीं चुका पाएगा.

पाकिस्तान के रेल मंत्री को ख्वाजा साद रफीक ने सोमवार को लाहौर में कहा कि मंत्रालय इस संबंध में पाकिस्तान के कैबिनेट की मंजूरी लेगा और फिर चीन से बात करेगा. नवंबर 2022 में चीन और पाकिस्तान कराची से पेशावर तक 1116 मील के रेलवे ट्रैक को अपग्रेड करने पर सहमत हुए थे, लेकिन इसकी लागत देकर पाकिस्तान के पसीने छूट गए हैं.

पहले से ही चीनी कर्जे तले दबा पाकिस्तान अब और अधिक चीनी कर्ज का भार सहन करने में सक्षम दिखाई नहीं दे रहा है. पाकिस्तानी रेल मंत्री ने कहा कि हम इतना बड़ा कर्ज कैसे चुकाएंगे.

आपको बता दें कि, पाकिस्तान में यह प्रोजेक्ट चीनी राष्ट्रपति के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव का हिस्सा है. इसके अलावा बिजली की कमी से जूझते पाकिस्तान में चीन ने कई पावर प्लांट लगाए हैं. इन प्रोजेक्ट से पाकिस्तान को फायदा तो हुआ है लेकिन उस पर चीनी कर्ज का बोझ बहुत अधिक बढ़ गया है.

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